भारत का प्लान - मुक्त हमले का फ्री दान
भारत का प्लान - मुक्त हमले का फ्री दान
पाकिस्तान ने साजा
किये हुए डोजियर से खुलासा हुआ है कि भारत ने ‘ऑपरेशन
सिंदूर’ के अधीन जितने ठिकानों को ठोकने का दावा किया था,
उससे कहीं अधिक गहराई तक जाकर हमले किए गए थे और 7 एक्स्ट्रा ठिकानों को भी निशाना बनाया गया था.
पेहलगाम में
आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने मई में 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था. इस सैन्य अभियान के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत
कश्मीर (पीओके) में कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया था. मुक्त उपहार के तहत 11 एयरबेस को भी निशाना बनाया गया था. पाकिस्तान के एक सरकारी दस्तावेज में नया खुलासा हुआ है.
सरकारी दस्तावेज में इन सात नए ठिकानों खुला राज - भारत की मजबूत पड़ी गाज
पाकिस्तान ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के जवाब में 'ऑपरेशन बुनयान उन मरसूस' चलाया था. इससे जुड़े डोजियर में उसने स्वीकार किया है कि भारत ने सात अतिरिक्त
ठिकानों पर भी हमले किए. डोजियर में दिखाए गए नक्शों में पेशावर, झांग, सिंध में
हैदराबाद, पंजाब में गुजरात, बहावलनगर,
अटक और छोर इलाकों
पर हमले दिखाए गए हैं. मीडिया ब्रीफिंग में भारतीय
वायु सेना या सैन्य महानिदेशक ने इन स्थानों का जिक्र नहीं किया था. इस नए खुलासे से पता चलता है कि भारत ने जिन इलाकों में हमले करने की बात की
स्वीकार की थी, उससे कहीं अधिक
गहराई में जाकर हमले किए गए थे. इससे यह बात भी समझ में आती है कि पाकिस्तान ने
भारत से संघर्ष विराम की गुहार क्यों लगाई थी. इस खुलासे से पाकिस्तान के उस दावे
पर भी सवाल खड़ा होता है, जिसमें उसने कहा था कि उसने भारत
को बड़ा नुकसान पहुंचाया.
भारत की रणनीति - छुपाई एक्स्ट्रा ठुकाई
भारतीय सेना ने इससे पहले मीडिया ब्रीफिंग में ऑपरेशन सिंदूर की विस्तार से जानकारी दी थी और बताया था कि ये हमले कितनी सटीकता और योजना से किए गए. अब यह माना जा रहा है कि भारत की ओर से कुछ ठिकानों के नाम न बताना एक रणनीतिक फैसला था, जिससे पाकिस्तान खुद ही नुकसान की असली तस्वीर उजागर करे और भविष्य में वह कोई झूठा दावा न कर सके. भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था। जिन ठिकानों पर हमले हुए थे, उनमें बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का प्रशिक्षण केंद्र भी शामिल हैं। इसके अलावा जिन अन्य जगहों को निशाना बनाया गया उनमें मुजफ्फराबाद, कोटली, रावलकोट, चकस्वारी, भिंबर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल शामिल थे.
KBKK - खबर बाल की खाल
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें