ईरान जल्द ही परमाणु बम बनाने का ऐलान कर सकता है - Iran Jald hi Atom bomb bana sakta hai

ईरान का दावा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है?

तेहरान: इस्राइल-अमेरिका संघर्ष के बाद ईरान ने बड़ा फैसला किया है. ईरान ने इंटरनेशनल परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) से संबंध तोड़ दिए हैं. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने एक आदेश में कहा है कि ईरान अब अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी का सपोर्ट नहीं करेगा. यह आदेश ईरान की संसद द्वारा कानून के तहत पारित किया गया है. आदेश को सांविधानिक निगरानी संस्था की मंजूरी भी मिल गई है.

इजरायल और अमेरिका के हमलों के बार ईरान ने बड़ा फैसला किया है. इस फैसले के बाद अंदेशा जताया जा रहा है कि ईरान जल्द ही परमाणु बम बनाने का ऐलान कर सकता है. आशंका है कि ईरान परीक्षण करने के बाद परमाणु शक्ति संपन्न होने का ऐलान करेगा. हाल ही में अमेरिका और इस्राइल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया था. इन हमलों का मकसद ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बड़ा झटका देना था. हालांकि, अमेरिकी रक्षा एजेंसियों की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान का मेटल कन्वर्जन प्लांट जरूर तबाह हुआ है, लेकिन बाकी ढांचे को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सका. इन हमलों के बाद ईरान ने आईएईए पर आरोप लगाए थे.

ईरान का यह फैसला इजरायल और अमेरिका के उसके परमाणु संयंत्रों पर हमलों के बाद आया है. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि ईरान इस निलंबन की आड़ में परमाणु बम बना सकता है. अमेरिका ने पहले भी ऐसी आशंका जताई है कि उसके हमलों के पहले ही ईरानी परमाणु संयंत्रों से 400 किलोग्राम संवर्धित यूरेनियम चोरी हो चुके हैं, जिनसे कम से कम 10 परमाणु बम बनाए जा सकते हैं. इससे इजरायल और अमेरिका की टेंशन बढ़ सकती है.

ईरान ने IAEA पर लगाए आरोप...

ईरान के फोरेन मिनिस्ट्री  के प्रवक्ता एस्माईल बाघई ने सोमवार को कहा कि देश से अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ सामान्य सहयोग सुनिश्चित करने की उम्मीद नहीं की जा सकती है, जब इजरायल और अमेरिकी हमलों से परमाणु स्थलों पर हमला होने के कुछ दिनों बाद भी एजेंसी निरीक्षकों की सुरक्षा की गारंटी नहीं दी जा सकती है. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि "जब तक हमारी परमाणु गतिविधियों की सुरक्षा और संरक्षा की गारंटी नहीं दी जा सकती है, तब तक उसने IAEA के साथ सहयोग करना बंद कर दिया है"

ईरान दावा करता है कि उसका परमाणु कार्यक्रम केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों, जैसे बिजली उत्पादन के लिए है. हालांकि, IAEA और पश्चिमी देशों का कहना है कि ईरान 60% तक यूरेनियम संवर्धन कर रहा है, जो परमाणु हथियार बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. IAEA के अनुसार, ईरान के पास इतना संवर्धित यूरेनियम है कि वह कुछ ही हफ्तों में एक परमाणु बम बना सकता है. मई 2024 तक ईरान 60% शुद्धता वाले यूरेनियम का उत्पादन कर रहा था, जो शांतिपूर्ण उपयोग के लिए जरूरत से कहीं ज्यादा है.

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