टूट गया पाकिस्तान - नया देश बलुचिस्तान ...... Pakistan broke up - new country Baluchistan
BLA ने पाकिस्तान को झटका दिया - बलूचिस्तानने अलग गणराज्य बनाने का एलान किया....
पाक में इस वक्त हल-चल मची हुई है. वजह है उसके एक जबरन कब्जे वाले प्रांत में उठे विद्रोह के सुर, जिसे दबाने की साजिश अब रावलपिंडी स्थित सैन्य मुख्यालय में जारी है. जिस प्रांत में यह बगावत के सुर उठे हैं, उस प्रांत का नाम है बलूचिस्तान, जहां बलूचों की आवाज के तौर पर उभरे कार्यकर्ता और लेखक मीर यार बलूच ने एलान किया है कि बलूचिस्तान अब पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है. उन्होंने एक अलग बलूचिस्तान गणराज्य बनाने का एलान किया है. इसके लिए उन्होंने भारत सरकार से नई दिल्ली में एक बलूच दूतावास स्थापित करने की मांग की है. साथ ही संयुक्त राष्ट्र से भी बलूचिस्तान की आजादी की घोषणा को मान्यता देने का प्रस्ताव भेजा है.
पाकिस्तान के मैप पर स्थित बलूचिस्तान इस देश का सबसे बड़ा प्रांत है. पाकिस्तान के 8.81 लाख वर्ग किलोमीटर एरिया में करीब 40 फीसदी हिस्सा यानी 3.47 लाख वर्ग किमी अकेले बलूचिस्तान का है. आबादी के लिहाज से पाकिस्तान की 24.75 करोड़ की आबादी में से सिर्फ 1.49 करोड़ लोग बलूचिस्तान में बसे हैं. यानी पूरे पाकिस्तान की महज 6 फीसदी आबादी यहां रहती है.
इस क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों जैसे, तेल-गैस की काफी मौजूदगी है. यह क्षेत्र सोना और तांबा का भी भंडार माना जाता है. इसके बावजूद यहां रहने वाले कबायली समुदाय की हालत बेहद खराब है. पाकिस्तान में जारी इसी भेदभाव के चलते बलूचिस्तान में समय-समय पर आजादी की मांग उठती रही है. इसके लिए बलूचिस्तान में कई संगठनों का भी उदय हुआ. इन्हीं में से एक संगठन है BLA (बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी.)
खुद की आजादी का ऐलान बलूचिस्तान ने पोरकी का काटा कान - लेगा जान
आजाद देश बनने की तरफ बढ़ने का अगला कदम है, खुद की आजादी का एलान करना. इसका यह मतलब नहीं है कि कोई देश आजाद हो गया है। पहले ट्रांसनीस्ट्रिया और सोमालीलैंड और कुछ अन्य देश भी ऐसा कर चुके हैं, लेकिन इस कदम तक सीमित रहने की वजह से उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं मिलि है. अगर किसी देश ने अपनी आजादी का एलान कर दिया है तो भले ही उसे बाकी देश न मान्यता दें, लेकिन उसे क्षेत्रीय अखंडता और स्वायत्तता जैसी सुरक्षा मिल जाती हैं.
खुद को आजादी की मान्यता दिलवाना - बलूचिस्तान को पाक के चंगुल से छुडवाना...आजाद देश के तौर पर स्थापित होने की दूसरी शर्त है, खुद की आजाद देश के तौर पर पहचान. पहचान खुद से नहीं, बल्कि बाकी देशों की नजर में 'आजाद देश के तौर पर
पहचान'. यही है आजाद देश के तौर पर खुद को स्थापित करने का दूसरा कदम. यानी किसी देश का अस्तित्व तभी माना जाएगा, जब
अन्य देश उसके साथ संपर्क स्थापित करें या उसे मान्यता दें.
अफगानिस्तान ने दिया भारत का साथ - दोस्ती की मजबूत है गांठ
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाए जाने के दौरान दुनिया के ज्यादातर देश इस मुद्दे पर बोलने पर खुद को रोक रहे है. चीन, तुर्की और अजरबैजान जैसे कुछ देशों को छोड़ दिया जाए तो पाकिस्तान की मध्यस्थता करने पर कई देशों ने उसकी दलीलों नजरंदाज किया. इसे राजनयिक स्तर पर भारत की बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा है. भारत और पाकिस्तान के पड़ोसी अफगानिस्तान ने सामने से इस पूरे संघर्ष में तटस्थता दिखाई है, लेकिन राजनयिक स्तर पर यह देश लगातार भारत से बातचीत में जुटा था. इसका पहला खुलासा गुरुवार को हुआ, जब भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने तालिबान के कार्यकारी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से ओफ़िशिअल तौर पर हॉट लाईन पर बातचीत की.
भिकमंगा पाकिस्तान की IMF भिक से भर गई झोली - अब आतंकियों को दिलवाएगा गोली...
पाकिस्तान अपनी खराब
आर्थिक हालत का ढिंढोरा पीट-पीटकर देश दुनिया के सामने हाथ फैला रहा है.
IMF
जैसा संगठन तरस खाकर इसे लोन तो दे देते हैं, लेकिन हर बार इसका दुरुप्रयोग करता है. एक बार फिर IMF से पाकिस्तान को लोन मिला है, जिसका उपयोग पाकिस्तान की गिरती अर्थव्यवस्था को सुधारने
के लिए है. लेकिन PAK का
इतिहास देखकर यही लगता है कि फिर ये इस पैसे का इस्तेमाल आतंकी कंस्ट्रक्शन को मजबूत करने में इस्तेमाल करेगा.
KBKK - खबर बाल की खाल
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