बांग्लादेशी मुख्य सलाहकार मोहम्मद युनुस पर, बैंकॉक में पीएम मोदी का पलटवार - बांग्लादेश बनाम भारत ||
पीठ में छुरा घुसाने में माहीर बांग्लादेश के अंतरिम सरकारी सलाहकार मोहम्मद यूनुस और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शुक्रवार को थाईलैंड की कैपिटल बैंकॉक में हुई मुलाकात..
थाईलैंड: बांग्लादेश के अंतरिम सरकारी सलाहकार मोहम्मद यूनुस और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शुक्रवार को थाईलैंड की कैपिटल बैंकॉक में बिम्सटेक शिखर सम्मलेन के दौरान हुई मुलाकात. प्राप्त जानकारी के अनुसार बांग्लादेश बहुत समय से भारत से वार्तालाप करने की इच्छा जता रहा था. भारत की तरफ से ईस गुहार का कोई जवाब नही आ रहा था लेकिन ४ अप्रैल को संपन्न हुई ईस द्विपक्षीय बैठक में मोहम्मद यूनुस और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकात हो गई और 40 मिनिट तक बातचीत चलती रही. ईस महत्वपूर्ण बैठक में भारत की और से विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी शामिल थे.
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मोहम्मद यूनुस की मुलाकात के चलते विदेश सचिव विक्रम मिसरी बोले की, पीएम मोदी ने फिर से शांतिपूर्ण, स्थिर, प्रगतशील, लोकतांत्रिक और समावेशी बांग्लादेश निर्माण को अपना सपोर्ट जताया. प्रधानमंत्री ने अपील की, की दोनों देशो में माहौल बिघाड देने वाली बयानबाजी से दूर रहे एवंम बांग्लादेश से होने वाली अवैध घुसपैठ को रोकने और सीमा सुरक्षा को सुरक्षित करने की सलाह दी. बांग्लादेश में अल्पसंख्यको और हिन्दुओ के हित, सुरक्षा पर गहरी चिंता दर्शायी.
मोहम्मद यूनुस के कार्यकाल में बांग्लादेश जल रहा है ....
२०२४ के अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाकर बांग्लादेश के अंतरिम सरकारी सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने नेतृव करना शुरू किया ईस दौरान उनका कार्यकाल विवादों में घिरा रहा. अल्पसंख्यको और हिन्दुओ पर हमले और हत्या का दौर चल पड़ा, बता दे की भारत के उत्तरपूर्वी सेव्हन सिस्टर राज्य हथियाने के बारे में बयांन बाजी कर के अपनी औकात दिखा दी थी.
सोचो! यह वही आदमी है जिसे २००६ में नोबेल पुरस्कार से सन्मानित किया गया था और इसे इतनी मस्ती चढ गयी की वह जिस भारत देश ने उनकी हर तरफ से मदत की उसी को धोंस दिखाने का रिस्क ले बैठा, अब जब अपना खयाली पुलाव जल भुन गया तो इसे असलियत का अंदाजा हुआ तब भारत से द्विपक्षीय बातचीत करने की मांग की जिसे भारत ने तो पहले टाल दिया लेकिन फिर इनको सुधरने का मौका देने हेतु बातचीत की. याद रहे भारत शांतिपूर्ण संभावनाओ में विश्वास रखता है इसका मतलब यह नही की भारत सहज आपने किये हुए करतूतों को भूल जायेगा...फ़िलहाल वेट एंड वाच में है आप.
KBKK - खबर बाल की खाल
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें