बाढ़ के बारे में भारत ने पाक को किया अलर्ट - चेतावनी से बचे लोग... Baadh ke baare me Bharat ne Pak Ko Kiya Alert - Chetawani se Bache Log...
पड़ोसियों के लिए दिल बड़ा है भारत का...
नई दिल्ली: भारत हमेशा अपने नेबर्स के लिए दिल बड़ा रखता है, ये बात एक बार फिर से साबित हो गया है. भारत सरकार ने माना है कि जम्मू-कश्मीर में संभावित बाढ़ की आशंका के बीच भारत ने पाकिस्तान को इसे लेकर जानकारी शेयर की और सचेत किया. विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह सूचना पूरी तरह मानवीय आधार पर शेयर किया गया है. पाक के कुछ मीडिया चैनल्स ने दावा किया है कि भारत ने अभी भी सिंधु जल समझौते के तहत पाकिस्तान को संभावित बाढ़ के लिए अलर्ट किया था. नई दिल्ली ने इस्लामाबाद को 24 अगस्त को जम्मू की तवी नदी में भारी बाढ़ की चेतावनी जारी की थी. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस्लामाबाद में स्थित भारतीय उच्चायुक्त ने यह जानकारी पाकिस्तानी सरकार को दी थी.
पाक भारत के तनाव
के बावजूद भारत अपनी इंसानियत दिखाने से पीछे नहीं हटा. भारत ने पाकिस्तान को बाढ़
की चेतावनी दी थी, ताकि वह अपने लोगों को तबाही से बचा
सके. भारत के इस कदम को पाकिस्तान एक कूटनीतिक चाल के तौर पर इस्तेमाल करने में
लगा है. जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने माना है कि भारत ने उसे
वॉर्निंग दे दी थी. लेकिन यह भी दावा किया भारत ने यह वॉर्निंग सिंधु जल संधि (IWT)
के तहत दी. जबकि पहलगाम हमले के बाद ही भारत ने सिंधु जल संधि को
सस्पेंड कर दिया था.
पाक की चाल...
सिंधु जल संधि के
तहत भारत से पाकिस्तान की सिंधु घाटी में बहने वाली नदियों के जल बंटवारे का
नियंत्रण होता है. इस संधि के तहत भारत को तीन पूर्वी नदियों- सतलुज, ब्यास और रावी के इस्तेमाल का अधिकार है, जबकि पाकिस्तान सिंधु, झेलम और चेनाब नदियों का
उपयोग करता है. तीन युद्धों और कई राजनयिक संकटों के बावजूद यह संधि कायम रही है,
लेकिन पहलगाम हमले के बाद भारत ने इसे निलंबित रखा है और पाकिस्तान
पर सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. पाकिस्तान अब भारत की ओर से
मिली चेतावनी को सिंधु जल संधि के तहत बता रहा है. ऐसा करके वह दिखाना चाहता है कि
यह संधि फिर से लागू हो चुकी है.
बाढ़ से हालात खराब...
पाक के पंजाब राज्य में जोरदार बारिश देखी जा रही है. अगले 48 घंटों तक इसके जारी रहने से नदियों के जलस्तर में वृद्धि को
देखी जा सकती है. खतरे को देखते हुए पिछले 24 घंटों में लगभग
20,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. वहीं छह सप्ताह में 120 लोग मारे जा चुके हैं. पंजाब आपातकालीन बचाव सेवा 1122 के प्रवक्ता फारूक अहमद ने एक बयान में बताया, ‘कसूर,
ओकारा, पाकपट्टन, बहावलनगर
और वेहारी के कई गांवों के जलमग्न होने की वजह से वहां से लोगों को हटाकर सुरक्षित
स्थानों पर पहुंचाया गया है. उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों से शनिवार से अब तक
लगभग 20,000 लोगों को निकाला गया है, वे
सिंधु, चिनाब, रावी, सतलुज और झेलम नदियों के निकट हैं.
भारत की चेतावनी से बचे लोग...
पाक मीडिया के मुताबिक बताया कि 24 अगस्त की सुबह भारत के उच्चायोग ने इस्लामाबाद को सतर्क किया कि जम्मू की
तवी नदी में भीषण बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारत से
मिली इस चेतावनी के आधार पर तुरंत अलर्ट जारी किया. यह मई में भारत के ऑपरेशन
सिंदूर के बाद दोनों देशों के बीच पहली बड़ी बातचीत मानी जा रही है. पहलगाम आतंकी
हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने का ऐलान किया था.
KBKK - खबर बाल की खाल
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