भारत से अलग होकर...परेशान है पाकिस्तानी जोकर - दादा-दादी हे जिम्मेदार....
78 साल बाद - पाकिस्तान को आयी भारत की याद...
पहले ही पाकिस्तान में भुखमरी और आटें के लाले पड़े है और वतन कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है. इसी के चलते पाकिस्तानी अपनी किस्मत पर आंसू बहा रहे हैं. और मुल्क की गरीबी ,लाचारी, बेबसी के लिए अपने दादा-दादी, माँ-बाप को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. अपनी जनम से ही पाकिस्तान सिर्फ मुश्किलों से ही तो गुजरा है. इस मुश्किल वक्त में गधों को ही अपना बाप बनाता रहा है. आज की तारीख में पाकिस्तान का अस्तित्व अगर बचा है तो वो सिर्फ गधों की वजह से है...अपने देश की हालत पर तंज कसते हुए पाकिस्तानी सिनिअर पत्रकार आरजू काजमी का कहना है की, 'गधों की आबादी फिर से पाकिस्तान में ज्यादा हो गई है. इसमें हमें हैरान होने की जरूरत नहीं है, ना परेशान होने की जरूरत है क्योंकि ये जो हम ज्यादा गधे निकाल रहे हैं. वो हम भेज देंगे जी चीन और चाइना वालों को तो वैसे भी गधे पसंद है. तभी तो वो हमसे इतना प्यार करते हैं.'
अपने दादा-दादी, माँ-बाप को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं पाकिस्तानी...
अब भी पाकिस्तान नहीं संभला, फ़ौज ने अपनी जहरीली सोच को खत्म नहीं किया और अपने आपको मौलाना-मौलवियों से नहीं बचाया तो पाकिस्तान कयामत वाले दिन नहीं बल्कि उससे पहले ही जन्नत-जहन्नुम में अपना परचम (Flag) लहराएगा...
KBKK - खबर बाल की खाल
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