हमले का मास्टर माइंड पाकिस्तानी सेना का पूर्व कमां डर? मरना जरुरी है! - The mastermind of the attack is former Pakistani army commander. He must die!
हमले का मास्टर माइंड पाकिस्तान सेना का पूर्व कमांडर - उसे लग रहा है अब डर...
पेहलगाम आतंकवादी हमले के बारे में मंगलवार को महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है. खुफियां एजेंसी के मुताबिक इस हमले का मास्टर माइंड पाकिस्तान सेना का पूर्व SSG कप्तान हाशिम मूसा है. मूसा अभी लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है जो एक आतंकवादी संघटना है और उसका नाम ब्लैक लिस्ट में शामिल है.
लश्कर ने ही उसे जम्मू-कश्मीर भेजा था ताकि वह सुरक्षा बलों और गैर-कश्मीरियों पर हमला कर सके. मूसा ने गांदरबल के गगनगीर में अक्टूबर 2024 में हमला किया था. जहाँ मजदूर और एक स्थानीय डॉक्टर की जान गई थी. बारामूला हमला भी मूसा ने ही कराया था, जिसमें 2 आर्मी जवानों और 2 पोर्टर्स की जान गई थी.
पाकिस्तान की खुजली है की जाती ही नही, काटना ही रहेगा सही..
पेहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी सेना बार-बार सीजफायर का वॉयलेशन कर रही है. लगातार पांचवें दिन पाकिस्तानी सेना ने LoC पर गोलीबारी की. - खुजाने वाली जगह ही काटनी पड़ेगी
पाकिस्तानी रक्षा
मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान हाई अलर्ट पर है. हम अपने परमाणु हथियारों
का केवल तभी इस्तेमाल करेंगे जब हमारे अस्तित्व पर सीधा सीधा खतरा है -
ख्वाजा ने कहा कि अगर पाकिस्तान की संप्रभुता को किसी तरह का खतरा होता है तो हम इसका सामना करने के लिए 100% तैयार हैं. अगले कुछ दिनों में युद्ध का खतरा है है लेकिन इसे टाला जा सकता - भारत 11000% तयार है आपका 100% G.. में डालो और जो % बचता है उसका सोचो सालो...
इससे पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू में यह मान लिया था कि पाकिस्तान का आतंकवाद को सपोर्ट करने और टेरर फंडिंग करने का लंबा इतिहास रहा है. हम लोग 30 साल से इस गंदे काम को अमेरिका के लिए करते आ रहे हैं - गन्दा काम करना ही तुम्हारे देश की संस्कृति और आदत है.
भारत के साथ ऑल आउट
वॉर की बात करने वाले आसिफ ने कहा था कि पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा खत्म
हो चुका है. ख्वाजा ने स्वीकार किया कि लश्कर का अतीत में पाकिस्तान के साथ
कुछ लिंक मिले हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि अब ये आतंकी संगठन खत्म हो चुका है - तुझे पकड के पूरा देश ही
पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ा भारतीय BSF जवान...
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, यह घटना उस वक्त हुई जब साहू सीमा के पास किसानों के एक
समूह की रक्षा के लिए उनके साथ थे. साहू एक पेड़ के नीचे आराम
करने के लिए चले गए और अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में प्रवेश कर गए. इसके बाद
उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने तुरंत हिरासत में ले लिया. वह पंजाब में फिरोजपुर
सीमा पर बीएसएफ की 182वीं बटालियन में तैनात थे.
BSF अधिकारी चुप्पी साधे है - बात सिर्फ आश्वासन पर है....
अधिकारियों बताया कि साहू की
रिहाई पर चर्चा के लिए भारतीय और पाकिस्तानी सीमा बलों ने ‘फ्लैग मीटिंग’ की, लेकिन उनके परिवार को कोई और जानकारी नहीं
दी गई. साहू की पत्नी रजनी ने रविवार को कहा था कि आज पांचवां दिन है और उनके
लौटने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने चंडीगढ़ के लिए
विमान का टिकट ले लिया. वहां से मैं फिरोजपुर पहुंचीं. रजनी ने कहा कि हर कोई उन्हें आश्वासन दे रहा है. लेकिन बुधवार को रजनी अपने बेटे, दो बहनों और
एक बहनोई के साथ पहुंची हैं.
प्रेग्नेंट हैं BSF जवान की वाईफ - संघर्ष कर रही है बचाने अपने पति की लाइफ...
बीएसएफ जवान की पत्नी रजनी साहू प्रेग्नेंट हैं. रजनी ने कहा कि मैं आपको बता नहीं सकती कि मैं कितने तनाव में हूं. क्योंकि बीएसएफ अधिकारी मुझे केवल चिंता न करने के लिए कह रहे हैं. मैं बहुत चिंतित हूं. उन्होंने कहा कि यदि बीएसएफ शिविर के अधिकारियों से बातचीत के दौरान उन्हें कोई संतोषजनक जानकारी नहीं मिली तो वह केंद्रीय गृह मंत्रालय और अन्य सरकारी अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए फिरोजपुर से दिल्ली जाएंगी. इसलिए मैंने मेरी इस स्थिति के बावजूद यात्रा की योजना बनाई. साहू पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के रिसड़ा के निवासी हैं.
सीमा पार का प्यार - लगा रहा है गुहार...
जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ा और कड़ा फैसला लेते हुए सार्क वीजा छूट के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को दी जा रही सुविधा समाप्त कर दी है. इस निर्णय के अनुसार अब पाकिस्तानी नागरिक इस छूट के अंतर्गत भारत की यात्रा नहीं कर सकेंगे. वहीं, उन्हें एक सप्ताह के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है. जिसके बाद सीमा हैदर को वापस पाकिस्तान भेजने की मांग की जा रही है.
पाकिस्तान की सीमा हैदर मई 2023 में नेपाल के रास्ते अवैध रूप से अपने चार बच्चों के साथ भारत आई थी. उन्होंने सचिन मीणा के साथ हिंदू रीति-रिवाज से शादी भी की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, सीमा पर कोई डायरेक्ट असर नहीं होगा, क्योंकि सीमा वीजा के जरिये भारत नहीं आई थी. उनके खिलाफ मामला अदालत में विचाराधीन है. एडिशनल डीसीपी ग्रेनो सुधीर कुमार का कहना है कि सीमा को लेकर कोई आदेश नहीं है. आदेश के बाद कार्रवाई की जाएगी. सीमा हैदर के अधिवक्ता एपी सिंह का कहना है कि सीमा के मामले की जांच यूपी एटीएस ने भी की है. उन्हें जांच में अबतक कुछ नहीं मिला है. केंद्र के अलावा पुलिस से देश छोड़ने के संबंधी कोई आदेश नहीं मिला है.
सीमा हैदर ने एक वीडियो में कहा, 'मैं पाकिस्तान नहीं जाना चाहती. मैं मोदी जी और योगी जी से अपील करती हूं कि मैं अब उनकी शरण में हूं. मैं पाकिस्तान की बेटी थी, लेकिन अब मैं भारत की बहू हूं. मुझे यहीं रहने दीजिए।' हैदर का दावा है कि सचिन मीना से शादी के बाद उसने हिंदू धर्म अपना लिया है.
अंतर्गत विरोध के चलते सीमा हैदर के वकील एपी सिंह को उम्मीद है कि उन्हें भारत में रहने की अनुमति दी जाएगी. उसने ग्रेटर नोएडा निवासी सचिन मीना से विवाह किया और हाल ही में उनकी बेटी भारती मीना को जन्म दिया. उसकी नागरिकता अब उसके भारतीय पति से जुड़ी हुई है और इसलिए केंद्र का निर्देश उस पर लागू नहीं होना चाहिए. सीमा पाकिस्तान से सनातन धर्म ग्रहण करके नेपाल पहुंची. नेपाल में सचिन मीणा के साथ शादी की और भारत में भी आकर दोनों ने पूरे रीति रिवाज के साथ शादी रचाई.
KBKK - खबर बाल की खाल
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