रमजान के बाद नही रहेगा अफगानिस्तान ...कहे पाकिस्तान...?
विडीयो के वाय
रल होते ही पाकिस्तानी आर्मी और असिफ मुनीर के Love डे (प्यार के दिन) दिखाने कि योजना अफगानिस्तान, बलुचिस्तान और खैबर पख्तून खाँ कि मासूम? जनता, सुमडी मे इनकी चमडी कि निलामी दमडी का भाव कैसे होगा इसका हिसाब और उसकी किताब उन्होने छाप दी है...बस बेचना और अंतिम बिछाना कि तालीम चल रही है जिसे पाकिस्तानी लंबर वन आर्मी अंजान है क्यूँ कि मजहब का ठेका लिये हुये जन्मा पा?किस्तान आयडेंटीटी क्रिसेस (Identity Crises) का जख्मी शिकार है. वो कभी अरब(सय्यद) है तो कभी पूरब के है?
पहले ही पुरी दुनिया इस महान? देश जो कि,एक ही नुक्लीयर वेपन इस्लामिक राष्ट्र है से परेशान है और अब वह आशिया खंड मे खुद खुजली कर के खुद को मिटाने कि फिरक है.
हिंदुस्तान कभी भी नही चाहेगा कि हमारे पडोसी कि हालत खराब हो...लेकीन करे तो क्या करे....बाल कि खाल निकाल कर....
नही खतम हो सकता पडोसी का डर...क्यों कि डरना जरुरी है....Because of mentality of Pakistan?
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें